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भारत के डिजिटल एंटरटेनमेंट सेग्मेंट में अचानक ही टिकटॉक (TikTok App) की लोकप्रियता को अब इंडियन ऐप से टक्कर मिलने लगी है. चीनी उत्पादों के बहिष्कार करने के लिए लगातार चल रहे कैंपेन के बीच अब 'चिंगारी' ऐप (Chingari App) बेहद पॉपुलर होने लगा है. इस देसी ऐप को छत्तीसगढ़, ओड़िशा और कर्नाटक के आईटी प्रोफेशनल्स ने तैयार किया है, जिसे अब तक 25 लाख बार डाउनलोड किया जा चुका है.
2 साल में तैयार किया चिंगारी ऐप
द टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपनी एक रिपोर्ट में चिंगारी ऐप के सुमीत घोष के हवाले से लिखा है कि इस ऐप को बनाने के लिए 2 साल का समय लगा. इसे भारतीय यूजर्स के जरूरत और मांग को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है. आधिकारिक तौर पर इस ऐप को नवंबर 2018 में गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) पर रीलीज किया गया था. घोष स्टील सिटी भिलाई के हरने वाले हैं.
अब तक 25 लाख बार हो चुका है डाउनलोड
देशभर में चीनी प्रोडक्ट्स के बहिष्कार करने के कैंपन के बीच चिंगारी की पॉपुलरिटी तेजी से बढ़ रही है. यह ऐप टिकटॉक से मिलता-जुलता प्लेटफॉर्म है. घोष का कहना है कि हालिया आंकड़ों से पता चलता है कि भारतीय यूजर्स हमें बेहतर रिस्पॉन्स दे रहे हैं. अब तक इसे 25 लाख बार डाउनलोड किया जा चुका है.
आनंद महिंद्रा ने किया डाउनलोड
इस ऐप को ओड़िशा के विश्वात्मा नायक और कर्नाटक के सिद्धार्थ गौतम ने मिलकर डेवलप किया है. घोष का दावा है कि यह इकलौता भारतीय ऐप है, जो चीनी कंपनी के टिकटॉक ऐप को टक्कर दे सकता है. इस ऐप को यूजर्स को ओड़िया, गुजराती और मराठी जैसे कई क्षेत्रीय भाषाओं में भी उपलब्ध कराया जा रहा है. बता दें कि महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ने भी इस ऐप के बारे में ट्वीट कर लिखा, 'मैंने टिकटॉक ऐप डाउनलोड नहीं किया था. लेकिन, अभी ही इस चिंगारी ऐप को डाउनलोड किया है.'
चिंगारी ऐप में ट्रेंडिंग न्यूज़, एंटरटेनमेंट न्यूज़, फनी वीडियोज, वीडियो सॉन्ग्स, लव कोट्स, स्टेटस वीडियोज जैसे फीचर्स हैं. इस ऐप पर अब तक हर रोज़ 10 हजार से ज्यादा लोग एंटरटेनमेंट कॉन्टेन्ट बना रहे हैं. इस ऐप की मदद से यूजर्स कई तरह के कॉन्टेन्ट के बारे में सर्च कर सकते हैं. उनके पास इसे डाउनलोड करने का भी विकल्प होगा. इसके अलावा यह ऐप यूजर्स क्रिएटिव स्किल दिखाने का भी मौका देता है.

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